आंखों की बीमारी के 8 घरेलू उपाय: बिना दवा के कैसे पाएं आराम?

आंखों की बीमारी के 8 घरेलू उपाय: बिना दवा के कैसे पाएं आराम?

आंखों की बीमारी के 8 घरेलू उपाय: बिना दवा के कैसे पाएं आराम?

आंखें हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग हैं, और इनकी देखभाल करना बेहद जरूरी है। आजकल की जीवनशैली, प्रदूषण और डिजिटल डिवाइस के अधिक उपयोग के कारण आंखों से जुड़ी समस्याएं आम हो गई हैं। आंखों की थकान, सूजन, लालिमा, और दृष्टि कमजोर होना जैसी समस्याएं हर किसी को कभी न कभी झेलनी पड़ती हैं। लेकिन चिंता की बात नहीं है, कुछ सरल घरेलू उपायों से आप अपनी आंखों की सेहत को सुधार सकते हैं। यहां हम कुछ महत्वपूर्ण और प्रभावी घरेलू उपाय साझा कर रहे हैं जो आपकी आंखों की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं।

1. गुलाब जल का उपयोग:

गुलाब जल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो आंखों की जलन और लालिमा को कम करने में मदद करते हैं। गुलाब जल एक प्राकृतिक शीतलन प्रदान करने वाला तत्व है जो आंखों को ताजगी और शांति देता है। इसके लिए आप कुछ बूँद गुलाब जल आंखों में डालें और आंखें बंद कर के कुछ समय के लिए लेट जाएं। इस प्रक्रिया को रोजाना करने से आंखों की थकान दूर होती है और दृष्टि में सुधार आता है।

 2. खीरे के टुकड़े:

खीरे में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और सिलिका आंखों के लिए बेहद लाभकारी होते हैं। खीरे के ठंडे टुकड़े आंखों पर रखने से आंखों की सूजन कम होती है और आंखों को ठंडक मिलती है। यह न केवल आंखों की थकान को दूर करता है बल्कि डार्क सर्कल्स को भी कम करता है। खीरे के टुकड़ों को 10-15 मिनट तक आंखों पर रखें और आराम करें।

 3. आँखों की एक्सरसाइज:

आंखों की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए आंखों की एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है। पामिंग (हथेलियों से आंखों को ढंकना), ब्लिंकिंग (पलकों को तेजी से झपकाना) और ज़ूमिंग (किसी दूर और पास की वस्तु को ध्यान से देखना) जैसी एक्सरसाइज आंखों की दृष्टि को सुधारने में मदद करती हैं। इन एक्सरसाइज को रोजाना 10-15 मिनट करने से आंखों की सेहत में बड़ा सुधार आ सकता है।

 4. त्रिफला का सेवन:

त्रिफला एक प्राचीन आयुर्वेदिक चूर्ण है जिसमें आंवला, बिभीतकी और हरीतकी होते हैं। यह न केवल पाचन के लिए बल्कि आंखों की सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। त्रिफला का सेवन रोजाना करने से आंखों की दृष्टि तेज होती है और आंखों में आने वाली सामान्य समस्याएं जैसे जलन और सूजन से राहत मिलती है। इसके लिए आप त्रिफला चूर्ण को रात में पानी में भिगो दें और सुबह उस पानी को छानकर पिएं।

5. अमला का रस:

आंवला विटामिन सी का सबसे समृद्ध स्रोत है और यह आंखों के लिए बहुत लाभकारी है। रोजाना आंवले का रस पीने से आंखों की रोशनी में सुधार होता है और आंखों की सूजन कम होती है। आंवला आंखों की दृष्टि को मजबूत करता है और आंखों को ताजगी प्रदान करता है। आप चाहें तो आंवले का मुरब्बा भी खा सकते हैं, यह भी उतना ही फायदेमंद होता है।

6. सफेद प्याज का रस:

सफेद प्याज का रस आंखों के लिए एक अद्भुत प्राकृतिक उपचार है। इसमें मौजूद सल्फर आंखों के लिए फायदेमंद होता है और यह आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है। सफेद प्याज के रस को शहद और अदरक के रस के साथ मिलाकर दिन में एक बार पिएं। यह मिश्रण आंखों की रोशनी को बढ़ाने के साथ ही आंखों की सामान्य समस्याओं से भी राहत दिलाता है।

 7. बासी मुंह की लार:

आयुर्वेद में बासी मुंह की लार का उपयोग आंखों की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। सुबह उठने के बाद बिना कुछ खाए-पिए अपने मुंह की लार को आंखों में लगाएं। यह एक प्राचीन और प्रभावी उपाय है जो आंखों की जलन, लालिमा और सूजन को कम करने में मदद करता है।

8. देशी गाय का घी:

देशी गाय का घी आंखों की दृष्टि को तेज करने और आंखों की जलन को कम करने में बहुत उपयोगी है। रात को सोते समय एक बूँद देशी गाय का घी आंखों में डालें। इससे आंखों की थकान दूर होती है और आंखों को ठंडक मिलती है। इसके अलावा, देशी गाय का घी खाने से भी आंखों की सेहत में सुधार होता है।

निष्कर्ष:

आंखें हमारे शरीर का एक अत्यंत संवेदनशील हिस्सा हैं, जिनकी देखभाल के लिए हमें प्राकृतिक और सुरक्षित उपायों का सहारा लेना चाहिए। इन घरेलू उपायों का नियमित रूप से पालन करने से आप न केवल आंखों की सामान्य समस्याओं से निजात पा सकते हैं, बल्कि अपनी दृष्टि को भी लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। इसके साथ ही, अपनी जीवनशैली में सुधार, स्वस्थ खानपान और डिजिटल डिवाइस के उपयोग में सावधानी बरतना भी बेहद जरूरी है।
Scroll to Top